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Om Namah Shivay Mantra | शिव की कृपा का दिव्य स्त्रोत | PDF

A serene illustration of a meditating figure with four arms against a backdrop of snowy mountains and the moon.

|| ॐ नमः शिवाय ||

“ॐ नमः शिवाय” हिंदू धर्म का एक अत्यंत पवित्र और शक्तिशाली मंत्र है, जिसे भगवान शिव की आराधना के लिए जपा जाता है। इस पंचाक्षर मंत्र (न-म-शि-वा-य) का अर्थ है, “मैं भगवान शिव को नमन करता हूँ।” यह मंत्र सृष्टि के संहारक और पुनर्निर्माता भगवान शिव को समर्पित है।

मंत्र का अर्थ और संरचना

यह मंत्र तीन मुख्य भागों से मिलकर बना है:

ॐ नमः शिवाय” को पंचाक्षर मंत्र कहा जाता है, क्योंकि इसमें पाँच अक्षर (न, म, शि, वा, य) होते हैं। ये पाँच अक्षर प्रकृति के पाँच तत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, और आकाश) का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसका अर्थ है, “हे भगवान शिव, मैं आपको पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ प्रणाम करता हूँ।

मंत्र जप का समय और विधि

ॐ नमः शिवाय” का जप किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन इसे सुबह ब्रह्म मुहूर्त में शांत वातावरण में जपना विशेष फलदायी होता है। इसे 108 बार जपने के लिए रुद्राक्ष की माला का उपयोग किया जा सकता है। जाप के दौरान भगवान शिव का ध्यान और उनकी कृपा प्राप्त करने की प्रार्थना करनी चाहिए।

मंत्र की महिमा और आध्यात्मिक शक्ति

“ॐ नमः शिवाय” का जप मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है। यह मंत्र नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त कर सकारात्मकता का संचार करता है। नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करने से तनाव दूर होता है और मस्तिष्क शांत होता है। यह मंत्र न केवल व्यक्ति के भीतर स्थिरता लाता है, बल्कि उसके चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का एक घेरा बनाता है।

मंत्र का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, “ॐ नमः शिवाय” का निरंतर जप करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। यह मंत्र मनुष्य के पापों को दूर करता है और उसे मोक्ष प्राप्ति की ओर अग्रसर करता है। भगवान शिव के प्रति श्रद्धा और समर्पण का यह मंत्र भक्तों को आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में प्रेरित करता है।

मंत्र से होने वाले लाभ

“ॐ नमः शिवाय” केवल एक साधारण मंत्र नहीं, बल्कि भगवान शिव से संवाद का माध्यम है। इसका नियमित जप भक्त को शिव की अनंत कृपा और शक्ति का अनुभव कराता है। यह मंत्र भक्त को जीवन के हर कठिनाई से उबारता है और उसे आध्यात्मिक शिखर तक पहुंचाने में सहायक होता है।

भगवान शिव की आराधना का यह दिव्य मंत्र न केवल व्यक्ति के जीवन को शांतिपूर्ण बनाता है, बल्कि उसे ब्रह्मांडीय ऊर्जा से जोड़ता है। आइए, “ॐ नमः शिवाय” का जाप करें और शिवजी की कृपा से अपने जीवन को समृद्ध और सुखमय बनाएं।

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