भारतवर्ष में देवताओं की पूजा का एक गूढ़ और पवित्र इतिहास है। प्रत्येक सप्ताह का एक विशिष्ट दिन किसी न किसी देवता को समर्पित होता है। जैसे सोमवार शिवजी को, गुरुवार बृहस्पति को, और शनिवार शनि देव को समर्पित है, वैसे ही मंगलवार का दिन वीर बजरंगी श्री हनुमान जी को समर्पित माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से हनुमान जी की पूजा-अर्चना, उपवास और मंत्र जाप करने से भक्तों को अपार लाभ प्राप्त होते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि मंगलवार को ही हनुमान जी की पूजा क्यों की जाती है? इसके पीछे कई पौराणिक, ज्योतिषीय और धार्मिक कारण हैं।
हनुमान जी और मंगलवार का पौराणिक संबंध
1. रामायण के घटनाओं से संबंध
हनुमान जी का जीवन और कार्य श्रीराम की सेवा और भक्ति में ही व्यतीत हुआ। ऐसी मान्यता है कि लंका में जब हनुमान जी ने पहली बार छलांग लगाई थी और माता सीता की खोज की थी, वह दिन मंगलवार ही था। इसी दिन उन्होंने लंका में आग लगाई थी और रावण की शक्ति को चुनौती दी थी। इस कारण मंगलवार को उनकी वीरता और पराक्रम के प्रतीक के रूप में पूजा की जाती है।
2. मंगल ग्रह के अधिदेवता हनुमान जी
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह को ‘भौम’ कहा जाता है और इसे साहस, ऊर्जा, रक्त, पराक्रम और भूमि से जोड़ा जाता है। अगर कुंडली में मंगल दोष हो, तो वह विवाह में अड़चन, स्वास्थ्य समस्याएं, या क्रोध की अधिकता देता है। हनुमान जी को मंगल ग्रह का शांति दाता माना गया है। उनके पूजन से मंगल ग्रह के दोष शांत होते हैं।
3. दुष्ट शक्तियों का नाश करने वाले
मंगलवार को तंत्र-मंत्र, बुरी शक्तियों, और नजर दोष से मुक्ति के लिए भी उपयुक्त माना गया है। हनुमान जी को “संकटमोचन” और “भूत-पिशाच निकटन” कहा गया है। मंगलवार को उनकी विशेष पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मक शक्ति की प्राप्ति होती है।
मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करने के लाभ
1. मंगल दोष का निवारण
जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष होता है (जैसे मंगली दोष), उनके विवाह में बाधा आती है। मंगलवार को उपवास रखकर हनुमान जी की पूजा करने से यह दोष शांत होता है।
2. शारीरिक और मानसिक बल की प्राप्ति
हनुमान जी को बल, बुद्धि और विद्या का प्रतीक माना जाता है। उनकी पूजा करने से आत्मबल और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। विद्यार्थी, खिलाड़ी, सैनिक और मानसिक रूप से कमजोर लोग इससे लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
3. नकारात्मक शक्तियों से रक्षा
मंगलवार को हनुमान जी के स्तुति पाठ, जैसे हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, हनुमान अष्टक आदि का पाठ करने से बुरी नजर, तंत्र-मंत्र और भूत-प्रेत बाधाओं से रक्षा होती है।
4. रोग और कष्टों से मुक्ति
हनुमान जी की पूजा से रोग-शोक का नाश होता है। हनुमान जी को संजीवनी बूटी लाने वाला देवता कहा जाता है, अतः वे जीवनदाता हैं। मंगलवार को पूजा कर रोगमुक्ति की प्रार्थना की जाती है।
मंगलवार को हनुमान जी की पूजा कैसे करें?
- सुबह स्नान कर लाल वस्त्र पहनें।
- हनुमान जी को चमेली का तेल और सिंदूर चढ़ाएं।
- लाल फूल, लाल मिठाई (लड्डू या बूंदी), और नारियल चढ़ाएं।
- हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुंदरकांड का पाठ करें।
- दीपक जलाएं और आरती करें।
- अगर उपवास रख रहे हों, तो एक बार फलाहार करें।
मंगलवार के व्रत का महत्व
मंगलवार के दिन कई लोग उपवास रखते हैं। यह उपवास हनुमान जी की कृपा पाने और मंगल ग्रह को शांत करने के लिए रखा जाता है। उपवास में सात्विक भोजन किया जाता है, जैसे फल, दूध, साबूदाना, मूंगफली आदि। कुछ भक्त मंगलवार को लगातार 21 सप्ताह तक उपवास रखते हैं।
मंगलवार के उपवास से लाभ
- विवाह में आ रही अड़चनों का निवारण
- रोगों से मुक्ति
- नौकरी या व्यापार में सफलता
- बच्चों की रक्षा
- आत्मविश्वास और साहस की वृद्धि
कुछ विशेष नियम
- मंगलवार को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
- मांस, शराब, प्याज, लहसुन जैसे तामसिक चीज़ों से दूर रहें।
- गाय को रोटी और गुड़, बंदरों को केला खिलाएं।
- हनुमान जी को तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए, यह विष्णु को अर्पित होती है।
हनुमान जी को मंगलवार को पूजा जाना केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं है, बल्कि इसके पीछे गहरे आध्यात्मिक, ज्योतिषीय और पौराणिक कारण हैं। संकटों से मुक्ति, साहस की प्राप्ति, रोग निवारण, मंगल दोष शांति — यह सब मंगलवार को हनुमान जी की भक्ति से संभव है। भक्तों को इस दिन पूरे मन और श्रद्धा से पूजा करनी चाहिए और अपने जीवन में उनकी कृपा की अनुभूति करनी चाहिए।