Shri Batuk Bhairava Ki Aarti || श्री बटुक भैरव आरती ||
जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा। जय काली और गौरा देवी कृत सेवा।। अर्थ – हे भैरव देवता!! आपकी जय हो, प्रभु आपकी जय हो। आपकी तो माँ काली…
जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा। जय काली और गौरा देवी कृत सेवा।। अर्थ – हे भैरव देवता!! आपकी जय हो, प्रभु आपकी जय हो। आपकी तो माँ काली…
।। दोहा ।। विश्वनाथ को सुमरि मन, धर गणेश का ध्यान। भैरव चालीसा पढूं, कृपा करहु भगवान।। बटुकनाथ भैरव भजूं, श्री काली के लाल। छीतरमल पर कर कृपा, काशी के…