Maa Kushmanda Vrat Katha || माँ कूष्मांडा व्रत कथा ||

Maa Kushmanda Vrat Katha सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च। दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥ माँ दुर्गा जी के चौथे स्वरूप का नाम कूष्माण्डा है। नवरात्रि  के चौथे दिन माँ कूष्माण्डा की पूजा…