
Amavasya
अमावस्या का महत्व :
8 मई, 2024 को आने वाली अमावस्या का विशेष महत्व है। यह ज्येष्ठ मास की अमावस्या है और इसे मोक्ष अमावस्या भी कहा जाता है। इस दिन किए गए दान, स्नान और पूजा-पाठ अत्यंत फलदायी होते हैं।
अमावस्या का धार्मिक महत्व:
- अमावस्या तिथि मां दुर्गा और भगवान शिव की उपासना के लिए विशेष मानी जाती है।
- इस दिन पितरों का तर्पण करने से उन्हें मोक्ष प्राप्ति में सहायता मिलती है।
- दान पुण्य करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
- स्नान करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और मन शांत होता है।
- व्रत रखने से मन पर नियंत्रण प्राप्त होता है और आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है।
अमावस्या के दिन क्या करें:
- सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें।
- स्वच्छ वस्त्र पहनकर पूजा-पाठ करें।
- मां दुर्गा और भगवान शिव की पूजा करें।
- पितरों का तर्पण करें।
- दान पुण्य करें।
- व्रत रखें।
- मंत्रों का जाप करें।
- ध्यान करें।
- अनैतिक कार्यों से दूर रहें।
अमावस्या के दिन क्या न करें:
- मांस, मदिरा और तंबाकू का सेवन न करें।
- झूठ न बोलें और किसी से झगड़ा न करें।
- बुराई का काम न करें।
- नकारात्मक विचारों से दूर रहें।
मोक्ष अमावस्या पर किए गए दान, स्नान और पूजा-पाठ का फल कई गुना अधिक मिलता है। इसलिए इस दिन का विशेष महत्व है। यदि आप अमावस्या का व्रत रखते हैं और विधि-विधान से पूजा-पाठ करते हैं तो आपको अवश्य ही शुभ फल प्राप्त होंगे।
अमावस्या के दिन किए गए कुछ खास उपाय:
- अमावस्या के दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करें और उसकी परिक्रमा लगाएं।
- इस दिन गाय को गुड़ और चना खिलाएं।
- अमावस्या के दिन दीपदान करें।
- इस दिन किसी गरीब व्यक्ति को भोजन खिलाएं।
इन उपायों को करने से आपको अमावस्या का पूर्ण लाभ प्राप्त होगा।
अमावस्या के बारे में कुछ रोचक तथ्य:
- अमावस्या को चंद्रमा दिखाई नहीं देता है।
- यह हिंदू धर्म में एक पवित्र तिथि है।
- इस दिन कई त्योहार और व्रत मनाए जाते हैं।
- अमावस्या को नया काम शुरू करने के लिए शुभ माना जाता है।
शुभ अमावस्या!