भगवद गीता हिन्दू धर्म का एक महान ग्रंथ है, जो महाभारत के भीष्म पर्व में संकलित है। यह श्रीकृष्ण और अर्जुन के बीच कुरुक्षेत्र की युद्धभूमि में हुआ संवाद है, जो उस समय हुआ जब अर्जुन युद्ध से पहले मानसिक रूप से विचलित हो गया था।

भगवद गीता के रचयिता महाकवि महर्षि वेदव्यास हैं, जिन्होंने सम्पूर्ण महाभारत की रचना की थी। भगवद गीता उसी का एक भाग है।

यह ग्रंथ 18 अध्यायों और 700 श्लोकों में विभाजित है, जिसमें जीवन, कर्तव्य, भक्ति, ज्ञान और योग के महान सिद्धांतों की व्याख्या की गई है। यह केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला, मनोविज्ञान और आत्मबोध का मार्गदर्शक भी है। यह व्यक्ति को कर्म करते हुए आत्मिक उन्नति और परम शांति प्राप्त करने का मार्ग दिखाता है।

भगवद गीता – अध्यायवार अनुक्रमणिका 

अध्याय संख्याअध्याय का नामयोग का प्रकारश्लोकों की संख्याRead More
1अर्जुनविषाद योगविषाद (शोक) योग47Read More
2सांख्य योगज्ञान और कर्म72Coming Soon
3कर्म योगकर्म का महत्व43Coming Soon
4ज्ञान-कर्म संन्यास योगज्ञान और त्याग42Coming Soon
5कर्म संन्यास योगकर्म और संन्यास29Coming Soon
6ध्यान योगआत्मसंयम और ध्यान47Coming Soon
7ज्ञान-विज्ञान योगईश्वर का ज्ञान30Coming Soon
8अक्षर ब्रह्म योगब्रह्म को जानना28Coming Soon
9राजविद्या राजगुह्य योगसर्वोच्च ज्ञान34Coming Soon
10विभूति योगभगवान की दिव्य विभूतियाँ42Coming Soon
11विश्वरूप दर्शन योगविराट रूप का दर्शन55Coming Soon
12भक्तियोगभक्ति का महत्व20Coming Soon
13क्षेत्र-क्षेत्रज्ञ योगशरीर और आत्मा35Coming Soon
14गुणत्रय विभाग योगतीन गुणों की व्याख्या27Coming Soon
15पुरुषोत्तम योगसर्वोच्च पुरुष का ज्ञान20Coming Soon
16दैवासुर संपद विभाग योगदैवी और आसुरी प्रवृत्तियाँ24Coming Soon
17श्रद्धात्रय विभाग योगतीन प्रकार की श्रद्धा28Coming Soon
18मोक्ष संन्यास योगमोक्ष और त्याग78Coming Soon

गीता का सार

जो हुआ अच्छा हुआ।
It happened for good.

जो हो रहा है वह भी अच्छा ही हो रहा है।
It is also happening for good only.

जो होगा वह भी अच्छा ही होगा।
It will also happen for good only.

तुम्हारा क्या गया जो तुम रोते हो?
What did you lose for which you are lamenting?

तुम क्या लाए थे जो तुमने खो दिया?
What did you bring (with you) which you have lost?

तुमने क्या पैदा किया था जो नष्ट हो गया?
What did you produce which is destroyed?

तुमने जो लिया यहीं से लिया।
You received it from here only.

जो दिया यहीं पर दिया।
You relinquished it here only.

जो आज तुम्हारा है, कल किसी और का था।
What is yours today, belonged to someone else yesterday.

कल किसी और का हो जाएगा।
It will belong to someone else tomorrow.

परिवर्तन संसार का नियम है।
Transformation is the law of the universe.

क्यों निष्फल चिंता करते हो? किससे व्यर्थ डरते हो?
Why do you worry in vain? Whom do you fear unnecessarily?

कौन तुम्हें मार सकता है?
Who can kill you?

आत्मा किसी काल में न जन्मती है, न मरती है।
The soul neither takes birth nor dies at any time.

तुम भूत का शोक न करो।
Do not grieve over the past.

भविष्य का डर न करो।
Do not fear the future.

वर्तमान चल रहा है।
The present is in motion.

न कुछ तुम ले के आये, न कुछ तुम ले जाओगे।
You brought nothing with you, and you will take nothing back.

जो लिया, उसी परमात्मा से लिया।
Whatever you took, you took from God.

जो दिया, उसी को अर्पण किया।
Whatever you gave, you gave to Him.

जो आज तुम्हारा है, कल किसी और का था, परसों किसी और का हो जाएगा।
What is yours today was someone else's yesterday and will be someone else’s tomorrow.

तुम इसको अपना समझकर प्रसन्न होते हो।
You rejoice considering it yours.

और यही प्रसन्नता तुम्हारे दुख का कारण है।
And that happiness is the root of your sorrow.

तेरा-मेरा, छोटा-बड़ा, अपना-पराया मन से मिटा दो।
Erase from your mind all ideas of “mine-yours”, “big-small”, “own-foreign”.

फिर सब तुम्हारा है, तुम सबके हो।
Then everything is yours, and you are of all.

यह शरीर तुम्हारा नहीं है, न तुम इस शरीर के हो।
This body is not yours, nor are you of this body.

यह पाँच तत्वों से बना है — आग, जल, वायु, मिट्टी और आकाश।
It is made of five elements — fire, water, air, earth, and space.

और इन्हीं में विलीन हो जाएगा।
And it will dissolve into them again.

लेकिन आत्मा सदा अटल है।
But the soul is eternal and unchanging.

फिर तुम कौन हो?
Then who are you?

तुम अपने को उसके अर्पण करो।
Surrender yourself to Him.

यही सबसे उत्तम सहारा है।
This is the best support.

जो उसके सहारे को जानता है, वह शोक, भय और चिंता से सर्वदा के लिए मुक्त हो जाता है।
He who knows His support becomes free from sorrow, fear, and worry forever.

जो कुछ भी करो, प्रभु को अर्पण कर दो।
Whatever you do, dedicate it to God.

ऐसा करने से जीवन-मुक्ति का अनुभव होगा।
By doing so, you will experience liberation in life.

तथा शरीर त्यागते ही तत्क्षण लीन हो जाओगे।
And at the moment of leaving the body, you will be instantly merged.