maa-kalratri-stotra

Maa Kalratri Stotra

॥ ध्यान ॥

करालवदनां घोरांमुक्तकेशीं चतुर्भुताम्।
कालरात्रिं करालिंका दिव्यां विद्युत्मालाविभूषिताम्॥

अर्थ — आपका रूप कालरूपी है जो बहुत ही भीषण है। आपके बाल खुले व बिखरे हुए हैं और साथ ही आपकी चार भुजाएं हैं। आपका नाम कालरात्रि है जो अत्यंत ही प्रचंड रूप लिए हुए है। वहीं आपका यह रूप दिव्य शक्ति लिए हुए है। आपने अपने गले में विद्युत् जैसी चमकती माला पहनी हुई है।

दिव्य लौहवज्रखड्ग वामाघो‌र्ध्व कराम्बुजाम्।
अभयं वरदां चैव दक्षिणोध्वाघ: पार्णिकाम् मम॥

अर्थ — आपने अपने एक हाथ में लोहे के जैसा मजबूत वज्र व दूसरे में खड्ग पकड़ी हुई है जिससे आप दुष्टों का अंत कर देती हैं। बाकि के दो हाथ भक्तों को अभय व वरदान देने की मुद्रा में है।

महामेघ प्रभां श्यामां तक्षा चैव गर्दभारूढ़ा।
घोरदंश कारालास्यां पीनोन्नत पयोधराम्॥

अर्थ — आपके अंदर बादलों की गर्जना के समान शक्ति है और आपका रंग काला है। आप गर्दभ की सवारी करती हैं। आप हमारे आलस्य व पाप का अंत कर देती हैं और हम सभी की उन्नति करवाती हैं।

सुख पप्रसन्न वदना स्मेरान्न सरोरूहाम्।
एवं सचियन्तयेत् कालरात्रिं सर्वकाम् समृद्धिदाम्॥

अर्थ — जो कोई भी कालरात्रि माता की आरती करता है, उसे सुख व प्रसन्नता की अनुभूति होती है। कालरात्रि माता की कृपा से हमारे सभी काम बन जाते हैं और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।

॥ स्तोत्र ॥

हीं कालरात्रि श्री कराली च क्लीं कल्याणी कलावती।
कालमाता कलिदर्पध्नी कमदीश कुपान्विता॥

अर्थ — कालरात्रि माता ही काली व महाकाली का रूप हैं जो पापियों का अंत कर भक्तों को अभय प्रदान करती हैं। आप ही कलावती के रूप में हमारा कल्याण करती हैं। आप काल की भी माता हैं और कलियुग के दुष्टों का अंत करती हैं। आप सभी दिशाओं में व्याप्त हैं और क्रोधित रूप में हैं।

कामबीजजपान्दा कमबीजस्वरूपिणी।
कुमतिघ्नी कुलीनर्तिनाशिनी कुल कामिनी॥

अर्थ — आप ही अर्थ के बीज को बोती हैं और उसकी जनक हैं। आप ही सृष्टि की आधार हैं और हमारी कुमति व अज्ञानता का नाश करती हैं। आप संकटों का नाश कर हमारे कुल के यश में वृद्धि करती हैं।

क्लीं हीं श्रीं मन्त्र्वर्णेन कालकण्टकघातिनी।
कृपामयी कृपाधारा कृपापारा कृपागमा॥

अर्थ — हम कालरात्रि माता के मंत्रों का जाप कर अकाल मृत्यु से बच सकते हैं। कालरात्रि माता ही हम पर कृपा बरसाती हैं, वे ही कृपा की सागर हैं और उनकी कृपा से ही हम सभी का कल्याण होता है।