
Bhagwan Vishnu 108 Names
- विष्णु (विश्वकारण)
- विश्वम् (सम्पूर्ण जगत का पालन करने वाले)
- वषट्कारः (ओंकार)
- भूतभव्यभवत्प्रभुः (पशु-मनुष्यादि के पालन करने वाले)
- भूतकृद् (सृष्टि करने वाले)
- भूतभृत् (संरक्षण करने वाले)
- भावः (सत्य)
- भूतात्मा (भूतों का आत्मा)
- भूतभावनः (भूतों के भवन)
- पूतात्मा (शुद्ध आत्मा)
- परमात्मा (परम आत्मा)
- मुक्तानां परमा गतिः (मुक्त पुरुषों की परम गति)
- अव्ययः (अविनाशी)
- पुरुषः (पुरुष)
- साक्षी (साक्षी)
- क्षेत्रज्ञः (क्षेत्रज्ञ)
- अक्षरः (अक्षर)
- योगः (योग)
- योगविदां नेता (योगियों के गुरु)
- प्रधानपुरुषेश्वरः (प्रधानपुरुष का ईश्वर)
- नारसिंहवपुर्ध्वतेत (नरसिंह रूप में उत्तानता हुआ)
- सर्वज्ञः (सब जानने वाले)
- योगी (योगी)
- योगिशः (योगियों का ईश्वर)
- सर्वकर्मकृत् (सब कर्मों को करने वाले)
- सर्वकर्मफलप्रदः (सब कर्मों के फल को देने वाले)
- सर्वकर्मसाक्षी (सब कर्मों के साक्षी)
- चतुरात्मा (चार आत्माओं वाले)
- चतुर्व्यूहः (चार व्यूहों वाले)
- चतुर्दंष्ट्रः (चार दंष्ट्रों वाले)
- चतुर्भावस्थः (चार भावों में स्थित)
- चतुरात्मन् (चार आत्माओं वाले)
- चतुर्योगः (चार युगों में स्थित)
- चतुराश्रमः (चार आश्रमों में स्थित)
- चतुर्वेदविदां वरः (चार वेदों के ज्ञाता)
- एकपाद् (एक पैर वाले)
- समावर्तः (समावर्त)
- प्राज्ञः (प्राज्ञ)
- प्रणवः (प्रणव)
- प्रणवपरः (प्रणव के परायण)
- योजी (योग करने वाले)
- योगीशः (योगियों का ईश्वर)
- सर्वक्रियाक्रियाग्न्यः (सब क्रियाओं के ज्ञाता)
- ऋतुर्मरीचिः (सूर्यकिरण)
- सुधन्तुर्द्धाता (सुधा धरणे वाले)
- सर्वदृक् (सबको देखने वाले)
- अजः (अजन्मा)
- सर्वेश्वरः (सबके ईश्वर)
- सिद्धिदः (सिद्धिप्रद)
- सर्वादित्यशेखरः (सब सूर्यों के शिरोमणि)
- सुरेश्वरः (देवों का ईश्वर)
- अनन्तजित् (अनन्त विजयी)
- विश्वयोनिः (सम्पूर्ण जगत का उत्पत्तिस्थान)
- अमृतः (अमृत)
- शाश्वतः (शाश्वत)
- स्थाणुः (स्थूल)
- पुरुषः (पुरुष)
- परहः (पर)
- धाता (धारण करने वाले)
- व्यापी (सम्पूर्ण जगत को व्याप्त करने वाले)
- समाप्रब्धिः (समाप्ति को प्राप्त करने वाले)
- यज्ञ (यज्ञ)
- यज्ञपतिः (यज्ञों के प्रमुख)
- यज्ञाङ्गो (यज्ञों के अंग)
- यज्ञवाहनः (यज्ञ की वाहन)
- यज्ञभृत् (यज्ञों का पालन करने वाले)
- यज्ञकृत् (यज्ञ करने वाले)
- यज्ञभुक् (यज्ञ का भोजन करने वाले)
- यज्ञसाधनः (यज्ञ की साधना करने वाले)
- यज्ञान्तकृत् (यज्ञ का अंत करने वाले)
- यज्ञगुह्यम् (यज्ञ की गुप्त बातें)
- यज्ञकृत् (यज्ञ करने वाले)
- यज्ञभुक् (यज्ञ का भोजन करने वाले)
- यज्ञसाधनः (यज्ञ की साधना करने वाले)
- यज्ञान्तकृत् (यज्ञ का अंत करने वाले)
- यज्ञगुह्यम् (यज्ञ की गुप्त बातें)
- अन्नम् (अन्न)
- आन्तर्यामी (आंतर्यामी)
- अन्नदः (अन्न देने वाले)
- आत्मयोनिः (आत्मा की योनि)
- स्वयम्भूः (स्वयं उत्पन्न)
- शम्भुः (शम्भु)
- आदित्यः (आदित्य)
- आदितेयः (आदित्य का पुत्र)
- धनञ्जयः (धनञ्जय)
- धनः (धन)
- विनयः (विनय)
- धर्मः (धर्म)
- धर्मविदुत्तमः (धर्म के ज्ञाता)
- वैकुण्ठः (वैकुण्ठ)
- पुरुषः (पुरुष)
- प्राणः (प्राण)
- प्राणदः (प्राण देने वाले)
- वासवानुजः (इंद्र का अनुज)
- आपः (जल)
- अपाम्नुचः (अपाम निर्गत करने वाले)
- सम्वत्सरः (सम्वत्सर)
- व्यालरूढः (सर्प पर बैठे हुए)
- प्रत्ययः (अवगति)
- सर्वदृग् (सबको देखने वाले)
- अजितः (अजित)
- सर्वेशः (सबका ईश्वर)
- सिद्धिः (सिद्धि)
- सर्वादिः (सबकी आदि)
- अच्युतः (अच्युत)
- वृषाकपिः (वृषाकपि)
- महाकेशः (महाकेश)
- गरुडध्वजः (गरुड़ ध्वज)