
Maa Mahagauri Aarti
जय महागौरी जगत की माया।
जया उमा भवानी जय महामाया॥
अर्थ — महागौरी माता जो कि इस जगत की माया की स्वामिनी भी हैं, उनकी जय हो। वे ही माँ उमा, भवानी व महामाया का रूप हैं और उनकी जय हो।
हरिद्वार कनखल के पासा।
महागौरी तेरा वहां निवासा॥
अर्थ — हरिद्वार नगरी के कनखल में महागौरी माता का प्रसिद्ध मंदिर है। वे अपने मंदिर में निवास करती हैं और भक्तों पर कृपा बरसाती हैं।
चंद्रकली और ममता अम्बे।
जय शक्ति जय जय मां जगदम्बे॥
अर्थ — वे ही माँ चन्द्रकली व अंबा माता का रूप हैं। उन्हें ही आदि शक्ति व जगदंबा माता कहा जाता है। महागौरी माँ की जय हो, जय हो।
भीमा देवी विमला माता।
कौशिकी देवी जग विख्याता॥
अर्थ — महागौरी माता ही भीमा देवी व विमला माता का रूप हैं। कौशिकी देवी के रूप में संपूर्ण जगत में वे प्रसिद्ध हैं।
हिमाचल के घर गौरी रूप तेरा।
महाकाली दुर्गा है स्वरूप तेरा॥
अर्थ — हिमाचल राज्य में वे गौरी रूप में पूजी जाती हैं। माँ महाकाली व माँ दुर्गा भी उनकी का ही रूप हैं।
सती ‘सत’ हवन कुंड में था जलाया।
उसी धुएं ने रूप काली बनाया॥
अर्थ — अपने पिता दक्ष के द्वारा अपने पति शिव का अपमान किये जाने पर उन्होंने यज्ञ के अग्नि कुंड में कूद कर आत्म-दाह कर लिया था। उनके जलते शरीर से जो धुआं निकल रहा था, उसी से ही काली माता का प्रकटन हुआ था।
बना धर्म सिंह जो सवारी में आया।
तो शंकर ने त्रिशूल अपना दिखाया॥
अर्थ — जो भी मातारानी की भक्ति में लीन हो जाता है, उसे धर्म का मार्ग दिखाई देता है। सती माता के द्वारा आत्म-दाह किये जाने पर शिव शंकर ने भी अपना त्रिशूल उठा लिया था।
तभी मां ने महागौरी नाम पाया।
शरण आनेवाले का संकट मिटाया॥
अर्थ — इसके पश्चात ही माँ सती ने महागौरी का नाम पाया था क्योंकि उनके शरीर से प्रकाश निकल रहा था। जो भी महागौरी माता की शरण में जाता है, उसका हर संकट मिट जाता है।
शनिवार को तेरी पूजा जो करता।
मां बिगड़ा हुआ काम उसका सुधरता॥
अर्थ — जो भी शनिवार के दिन माता महागौरी के नाम की पूजा करता है और महागौरी की आरती करता है, उसके सभी बिगड़े हुए काम बन जाते हैं।
भक्त बोलो तो सोच तुम क्या रहे हो।
महागौरी मां तेरी हरदम ही जय हो॥
अर्थ — अब आप सभी भक्तगण किस सोच में डूबे हुए हैं? आप सभी एक साथ महागौरी माता के नाम का जयकारा लगाइए।