Shri Parshuram Chalisa || श्री परशुराम चालीसा ||
Shri Parshuram Chalisa ।। दोहा ।। श्री गुरु चरण सरोज छवि, निज मन मन्दिर धारि। सुमरि गजानन शारदा, गहि आशिष त्रिपुरारि।। बुद्धिहीन जन जानिये, अवगुणों का भण्डार। बरणों परशुराम सुयश,…
Shri Parshuram Chalisa ।। दोहा ।। श्री गुरु चरण सरोज छवि, निज मन मन्दिर धारि। सुमरि गजानन शारदा, गहि आशिष त्रिपुरारि।। बुद्धिहीन जन जानिये, अवगुणों का भण्डार। बरणों परशुराम सुयश,…
Shri Navgrah Chalisa ।। दोहा ।। श्री गणपति गुरुपद कमल, प्रेम सहित सिरनाय। नवग्रह चालीसा कहत, शारद होत सहाय।। जय जय रवि शशि सोम बुध, जय गुरु भृगु शनि राज।…
Shri Kuber Chalisa ॥ दोहा ॥ जैसे अटल हिमालय, और जैसे अडिग सुमेर। ऐसे ही स्वर्ग द्वार पै, अविचल खड़े कुबेर॥ विघ्न हरण मंगल करण, सुनो शरणागत की टेर। भक्त…
Shri Krishna Chalisa ।। दोहा ।। बंशी शोभित कर मधुर, नील जलद तन श्याम। अरुण अधर जनु बिम्ब फल, नयन कमल अभिराम।। अर्थ – श्री कृष्ण भगवान के हाथों में…
Shri Gopal Chalisa ।। दोहा ।। श्री राधापद कमल रज, सिर धरि यमुना कूल। वरणो चालीसा सरस, सकल सुमंगल मूल।। अर्थ – माता राधा के चरणों में प्रणाम कर और…
।। दोहा ।। बन्दहुँ वीणा वादिनी, धरि गणपति को ध्यान। महाशक्ति राधा सहित, कृष्ण करौ कल्याण। सुमिरन करि सब देवगण, गुरु पितु बारम्बार। बरनौ श्रीगिरिराज यश, निज मति के अनुसार।…
Shri Ganesh Chalisa || दोहा || जय गणपति सदगुणसदन, कविवर बदन कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल।। अर्थ – हे सद्गुणों के सदन भगवान श्री गणेश आपकी जय…
।। दोहा ।। विश्वनाथ को सुमरि मन, धर गणेश का ध्यान। भैरव चालीसा पढूं, कृपा करहु भगवान।। बटुकनाथ भैरव भजूं, श्री काली के लाल। छीतरमल पर कर कृपा, काशी के…
।। दोहा ।। श्री गुरू चरण चितलाय के धरें ध्यान हनुमान। बालाजी चालीसा लिखे दास स्नेही कल्याण।। विश्व विदित वरदानी संकट हरण हनुमान। मैंहदीपुर में प्रकट भये बालाजी भगवान।। अर्थ-…
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो अम्बे दुख हरनी॥ अर्थ- सुख प्रदान करने वाली हे दुर्गा मां, मेरा नमस्कार स्वीकार करें और मेरे सभी दुखों को हर लें। निराकार…